120+ Best Gulzar Shayari in Hindi | गुलज़ार शायरी कोट्स 2025

Gulzar Shayari in Hindi encapsulates the essence of love, life, and everything in between, making it a vital part of contemporary Indian literature.

Born in 1934 in Dina, Punjab, his poetic expressions often reflect the complexities of relationships and the subtleties of human emotions, making them incredibly relevant today.

This compilation of over 120 best quotes will not only introduce you to his enchanting style but also provide insights into themes of love, nostalgia, and introspection.

Best Gulzar Shayari

His unique ability to blend simple language with profound meanings makes his work accessible yet profoundly impactful. Each couplet invites readers to explore their feelings, urging them to reflect on love, loss, and the bittersweet nature of life.

इश्क़ की तलाश में
क्यों निकलते हो तुम,
इश्क़ खुद तलाश लेता है
जिसे बर्बाद करना होता है।

तुझ से बिछड़ कर
कब ये हुआ कि मर गए,
तेरे दिन भी गुजर गए
और मेरे दिन भी गुजर गए.

Best Gulzar Shayari
Best Gulzar Shayari

आऊं तो सुबह,
जाऊं तो मेरा नाम शबा लिखना,
बर्फ पड़े तो
बर्फ पे मेरा नाम दुआ लिखना

वो शख़्स जो कभी
मेरा था ही नही,
उसने मुझे किसी और का भी
नहीं होने दिया.

सालों बाद मिले वो
गले लगाकर रोने लगे,
जाते वक्त जिसने कहा था
तुम्हारे जैसे हज़ार मिलेंगे.

Beautiful Gulzar’s Shayari Lyrics

Deep meaning 2 lines Gulzar Shayari often reflect an intimate understanding of the heart’s complexities, making them relatable yet profound.

Each life Gulzar shayari serves as a mirror, reflecting our innermost feelings and thoughts, inviting readers to pause and reflect on their journeys.

जब भी आंखों में अश्क भर आए
लोग कुछ डूबते नजर आए
चांद जितने भी गुम हुए शब के
सब के इल्ज़ाम मेरे सर आए

जिन दिनों आप रहते थे,
आंख में धूप रहती थी
अब तो जाले ही जाले हैं,
ये भी जाने ही वाले हैं.

जबसे तुम्हारे नाम की
मिसरी होंठ लगाई है
मीठा सा गम है,
और मीठी सी तन्हाई है.

वक्त कटता भी नहीं
वक्त रुकता भी नहीं
दिल है सजदे में मगर
इश्क झुकता भी नहीं

एक बार जब तुमको बरसते पानी के पार देखा था
यूँ लगा था जैसे गुनगुनाता एक आबशार देखा था
तब से मेरी नींद में बसती रहती हो
बोलती बहुत हो और हँसती रहती हो.

Read More: 40+Alone DP Images, Pics, and Wallpaper

Famous 2 lines Gulzar Shayari Zindagi

The beauty of Zindagi Gulzar Shayari lies in his ability to articulate feelings that many struggle to put into words, transforming ordinary moments into extraordinary reflections on existence

होती नही ये मगर
हो जाये ऐसा अगर
तू ही नज़र आए तू
जब भी उठे ये नज़र

मेरा ख्याल है अभी, झुकी हुई निगाह में
खिली हुई हँसी भी है, दबी हुई सी चाह में
मैं जानता हूं, मेरा नाम गुनगुना रही है वो
यही ख्याल है मुझे, के साथ आ रही है वो

Famous Gulzar Shayari Zindagi

तुम्हें जिंदगी के उजाले मुबारक
अंधेरे हमें आज रास आ गए हैं
तुम्हें पा के हम खुद से दूर हो गए थे
तुम्हें छोड़कर अपने पास आ गए हैं

उतर रही हो या
चढ़ रही हो ?
क्या मेरी मुश्किलों को
पढ़ रही हो ?

सुरमे से लिखे तेरे वादे
आँखों की जबानी आते हैं
मेरे रुमालों पे लब तेरे
बाँध के निशानी जाते हैं

4 Lines Gulzar Shayari in Hindi

गुलजार की शायरी जिंदगी न केवल शब्दों का खेल होती हैं, बल्कि भावनाओं की गहराई में भी उतरती हैं। हर पंक्ति में एक नई कहानी छिपी होती है, जो पाठक को सोचने पर मजबूर करती है।

गुलजार की विशेषता यह है कि वे छोटे से रूप में गहन विचार प्रस्तुत करते हैं, जिससे पाठक के मन में सवाल उठते हैं और उत्तर खोजने की प्रेरणा मिलती है।

तेरे इश्क़ में तू क्या जाने
कितने ख्वाब पिरोता हूं
एक सदी तक जागता हूं मैं
एक सदी तक सोता हूं

गुल पोश कभी इतराये कहीं
महके तो नज़र आ जाये कहीं
तावीज़ बनाके पहनूं उसे
आयत की तरह मिल जाये कहीं

पता चल गया है के मंज़िल कहां है
चलो दिल के लंबे सफ़र पे चलेंगे
सफ़र ख़त्म कर देंगे हम तो वहीं पर
जहाँ तक तुम्हारे कदम ले चलेंगे

उम्मीद तो नहीं
फिर भी उम्मीद हो
कोई तो इस तरह
आशिक़ शहीद हो

कोई आहट नहीं बदन की कहीं
फिर भी लगता है तू यहीं है कहीं
वक्त जाता सुनाई देता है
तेरा साया दिखाई देता है

Hindi Gulzar Shayari on Life

Shayari on Life Gulzar, with his profound understanding of human nature, crafts verses that resonate deeply with the struggles and joys of life.

His shayari often serves as a mirror reflecting our innermost thoughts, allowing readers to find solace in shared experiences.

तू समझता क्यूं नहीं है
दिल बड़ा गहरा कुआँ है
आग जलती है हमेशा
हर तरफ धुआँ धुआँ है

Hindi Gulzar Shayari on Life

टकरा के सर को जान न दे दूं तो क्या करूं
कब तक फ़िराक-ए-यार के सदमे सहा करूं
मै तो हज़ार चाहूँ की बोलूँ न यार से
काबू में अपने दिल को न पाऊं तो क्या करूं

एक बीते हुए रिश्ते की
एक बीती घड़ी से लगते हो
तुम भी अब अजनबी से लगते हो

प्यार में अज़ीब ये रिवाज़ है,
रोग भी वही है जो इलाज है.

जाने कैसे बीतेंगी
ये बरसातें
माँगें हुए दिन हैं,
माँगी हुई रातें.

Gulzar Shayari on Mohabbat

He discusses the nuances of relationships, making readers reflect on the silent conversations held between lovers, where words are secondary to the unspoken bond.

This Gulzar shayari on love in Hindi allows individuals to see their own stories mirrored in his work, fostering a sense of shared experience that resonates deeply within the heart.

ऐसा कोई ज़िंदगी से वादा तो नहीं था
तेरे बिना जीने का इरादा तो नहीं था.

वो बेपनाह प्यार करता था मुझे
गया तो मेरी जान साथ ले गया

झुकी हुई निगाह में, कहीं मेरा ख्याल था
दबी दबी हँसी में इक, हसीन सा गुलाल था
मै सोचता था, मेरा नाम गुनगुना रही है वो
न जाने क्यूं लगा मुझे, के मुस्कुरा रही है वो

इस दिल में बस कर देखो तो
ये शहर बड़ा पुराना है
हर साँस में कहानी है
हर साँस में अफ़साना है

कोई वादा नहीं किया लेकिन
क्यों तेरा इंतज़ार रहता है
बेवजह जब क़रार मिल जाए
दिल बड़ा बेकरार रहता है

Read More: 200+ Good Morning Quotes in Hindi – अद्वितीय शुभ प्रभात 2025

Heart Touching Gulzar Shayari on Yaadein

जब हम उनकी रचनाएँ heart touching गुलजार की शायरी, तो ऐसा लगता है जैसे हम अपनी ही यादों में खो गए हैं। यह एक अनोखा सफर है, जहाँ हर पंक्ति में छुपे अर्थ हमें अपने अनुभवों से जोड़ते हैं।

गुलजार की शायरी दर्द भरी सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि हमारी आत्मा के भावनात्मक तंतु को छूने का माध्यम बन जाती है। यादें कभी-कभी हमें दुखी कर सकती हैं, लेकिन गुलजार की अभिव्यक्ति उन्हें एक नई रोशनी में प्रस्तुत करती है, जिससे हम उन्हें एक सकारात्मक दृष्टिकोण से देख पाते हैं।

धीरे-धीरे ज़रा दम लेना
प्यार से जो मिले गम लेना
दिल पे ज़रा वो कम लेना

दबी-दबी साँसों में सुना था मैंने
बोले बिना मेरा नाम आया
पलकें झुकी और उठने लगीं तो
हौले से उसका सलाम आया

Heart Touching Gulzar Shayari

खून निकले तो ज़ख़्म लगती है
वरना हर चोट नज़्म लगती है.

उड़ते पैरों के तले जब बहती है ज़मीन
मड़के हमने कोई मंज़िल देखी तो नहीं
रात दिन हम राहों पर शामो सहर करते हैं
राह पे रहते हैं यादों पे बसर करते हैं

इतना लंबा कश लो यारो,
दम निकल जाए
ज़िंदगी सुलगाओ यारों,
गम निकल जाए

Behatareen Gulzar’s Poetry

His poetry resonates not only within the context of Indian literature but also speaks to universal themes that connect people across diverse backgrounds.

वो चेहरे जो रौशन हैं लौ की तरह
उन्हें ढूंढने की जरूरत नहीं
मेरी आँख में झाँक कर देख लो
तुम्हें आइने की जरूरत नहीं

मेरे उजड़े उजड़े से होठों में
बड़ी सहमी सहमी रहती है जबाँ
मेरे हाथों पैरों में खून नहीं
मेरे तन बदन में बहता है धुँआ

वक्त सालों की धुंध से
निकल जायेगा
तेरा चेहरा नज़र से
पिघल जायेगा

वो शाम कुछ अजीब थी,
ये शाम भी अजीब है
वो कल भी पास पास थी
वो आज भी करीब है

जीना भूले थे कहां याद नहीं!
तुमको पाया है जहाँ
साँस फिर आई वहीं

Read More: 100+ Best Hindi Suvichar – जीवन बदलने वाले अनमोल विचार

Conclusion

Gulzar Shayari in Hindi encapsulates the profound essence of life, love, and human emotions through the lyrical brilliance of Gulzar’s words.

His journey from a young poet to an acclaimed filmmaker and lyricist is a testament to his artistic versatility and deep understanding of the human experience.